दोस्तों कहा ही जाता है रोटी, कपडा और मकान ये तीन चीजें लोगों की मूल आवश्यकताएं हैं और इनके बिना गुजरा होना संभव नहीं जो कि बिलकुल सही बात है। अगर हम बात करें कपड़ो की तो कपडे भी मूल जरूरतें है और लोग कपड़ों पर काफी पैसा खर्च करते हैं। आप देखेंगे तो आप भी समय समय पर अपने लिए नए कपडे खरीदते हैं और साथ साथ अपने परिवार वालों के लिए भी कपडे खरीदते हैं।
आप ये कपडे बाजार मैं दूकान से खरीदते हैं या फिर आजकल ऑनलाइन का भी जमाना है आप ऑनलाइन भी कपड़ों की खरीददारी करते हैं। लेकिन कई बार होता है कि कपडे आपको सही तरीके से फिट नहीं आते और उनको आल्टर करने की जरूरत पड़ती है जिसके लिए आपको कोई टेलर ढूंढ़ना पड़ता है। अधिकतर लेडीज कपड़ों के मामले मै बहुत सजग होती हैं और उनको ये दिक्कत बहुत ज्यादा आती है , ऑनलाइन कपडे खरीदने मैं तो ये दिक्कत और भी ज्यादा आती है और वो हमेशा चाहती हैं कि कोई अच्छा टेलर आस पास हो तो सारे कपडे उसी से अपने माप के अनुसार सिला सकें।
तो दोस्तों इस वजह से एक अवसर पैदा होता है कस्टम टेलरिंग बिज़नेस का जो कम पैसों से सुरु होने वाला काफी फायदे का बिज़नेस है। जो छोटे से सुरु हो कर आगे जा कर काफी बड़ा बिज़नेस बन सकने की सम्भावना लिए हुए है। दूसरा आपको ये बता दें की इसमें आप जेंट्स और लेडीज़ दोनों के कपड़ों पे काम करते हैं लेकिन लेडीज़ कपड़ों मैं ज्यादा काम होता है इसलिए महिलाओं के लिए भी ये बिज़नेस काफी अच्छा है।
तो चलिए आपको बताते हैं इस बिज़नेस के बारे मैं कि क्या है , कैसे सुरु करें और किन किन चीजों का ख्याल रखें।
कस्टम टेलरिंग बिज़नेस क्या है – What is custom tailoring business
कस्टम टैलेटिंग बिज़नेस में आप लोगों को उनके माप के अनुसार कपडे बना कर देते हैं। या तो आपके पास इसके लिए आपकी दुकान पर पहले से ही कपड़ों के कट पीस या थान होते हैं जिनको पसंद करवा कर आप उनके लिए कपडे बनाते हैं। या फिर कस्टमर कपडे के पीस बाजार से खरीद कर लता है और आप उसके माप के अनुसार उससे कपडे बनाते हैं। कई बार आपको कस्टमर अपने बने हुए कपड़ों मैं काट छांट कर उन्हें माप के अनुसार करने का काम भी दे सकते हैं। साथ साथ आप पहले से कच्ची सिलाई की हुई ड्रेसेस बना कर डिस्प्ले मैं लगा सकते हैं जिनको कस्टमर खरीद कर अपने लिए बनवा सकते हैं। इस तरह के बहुत सारे कपड़ों की सिलाई से सम्बंधित काम कस्टम टेलरिंग बिज़नेस मैं आते हैं।
सबसे पहले ट्रेनिंग लें – First take proper training of tailoring
टेलरिंग एक कला है और इस कला मैं महारत हासिल करना बिज़नेस सुरु करने से पहले बहुत जरूरी है। आप अगर छोटे स्तर पर ही ये काम करना चाहते हैं तो किसी अनुभवी टेलर के साथ पहले 2-3 महीने काम करें और उससे सीखें या फिर आप किसी फैशन इंस्टीटूट से या वोकेशनल टेलरिंग कोर्स भी कर सकते हैं। आप नये नए डिज़ाइन के बारे मैं ऑनलाइन जानकारी इकट्ठी करें और उनको बनाने की घर मैं ट्रेनिंग करें और पैटर्न मेकिंग , पैटर्न कटिंग , स्टिचिंग आदि मैं अपना ज्ञान जरूर बढ़ाएं।
बिज़नेस का सुरुवाती खर्चा – Initial investment in tailoring business
दोस्तों इस बिज़नेस का सुरुवाती खर्चा बहुत ही कम है क्योकि इस बिज़नेस को सुरु करने के लिए आपको चाहिए सिर्फ जगह, सिलाई मशीन तथा कैची इंच टेप धागे बटन आदि। ये बिज़नेस आप अपने घर से भी कर सकते हैं या किराये पर छोटी सी दुकान ले कर सुरु करें जिसका किराया आपको पड़ेगा लगभग 5-6 हज़ार महीना। सिलाई मशीन की रेंज बहुत बड़ी है जो हाथ से चलने वाली से ले कर बिजली से चलने वाली , एक तरीके की सिलाई करने से लेकर बहुत तरीके की सिलाई करने वाली होती हैं। सुरुवाती एक अच्छी सिलाई मशीन का खर्चा आपको पड़ेगा लगभग 4-6 हज़ार और अन्य चीजों का खर्चा लगभग 2 हज़ार पकड़ के चलिए। तो घर से इस बिज़नेस को सुरु करने के लिए आपको मात्र 10 हज़ार रुपये तक लगेंगे।
जगह अच्छी चुनें – Choose a right place for business
इस बिज़नेस मैं सफलता पूरी तरह निर्भर करती है आपके आस पास ग्राहकों की संख्या पर। इस बिज़नेस के लिए सबसे सही जगह है अच्छा रिहायसी इलाका जहाँ बहुत सारे लोग रहते हों। अगर आपका घर ऐसी जगह मैं है तो बहुत अच्छा नहीं तो आप मोहल्ले के लोकल मार्किट मैं कोई दूकान किराये पर ले कर ये बिज़नेस सुरु करें जहाँ से आपकी दुकान अच्छी तरह लोगों को दिखाई दे।
बिज़नेस मैं सफलता के कुछ टिप्स – Success tips for tailoring business
- कस्टमर का हमेशा ध्यान रखें उनसे मधुर संबंध बना कर रखे और सही तरह से बात करें।
- अपने काम मैं कुशलता रखें और अगर आपने हेल्पर रखा है तो वो भी कुशल रखें।
- हमेशा जितनी जल्दी हो टाइम पर कस्टमर का काम पूरा करें क्योंकि टाइम ही सबसे बड़ी वजह है जिस कारण कस्टमर रेडीमेड खरीदता है।
- अगर आप एक दिन के अंदर कपडे सिल कर दे सकते हैं तो आपके बिज़नेस को सफल होने से कोई रोक नहीं सकता।
- अपनी दूकान मैं कुछ लेटेस्ट फैशन के कपडे , पैटर्न आदि बना कर अपनी कला का प्रदर्शन जरूर करें जो लोग देख सकें।
- अपने दुकान में लेटेस्ट पैटर्न की कैटलॉग जरूर रखें जिसमे देख कर कस्टमर डिज़ाइन पक्का कर सके।
- अपनी रेट लिस्ट को दुकान पर लगा कर रखें ताकि उससे कस्टमर को आपकी सर्विस रेंज का भी पता चलता है और उसका चार्ज भी।
- अपनी दूकान या बिज़नेस की अच्छी मार्केटिंग करें , अपनी दूकान का बोर्ड अच्छा लगाएं , दुकान का इंटीरियर अच्छा बनाएं, अपने आस पास के इलाके मैं अपने बैनर लगाएं और घरों मैं पम्पलेट बाटें।
- आदि
कस्टम टेलरिंग बिज़नेस मैं फायदा – Profit margin in tailoring business
दोस्तों एक शर्ट , या पेंट, या सूट की सिर्फ सिलाई का कम से कम 300 रुपये या उससे अधिक लगता है और इसमें टेलर का कोई बड़ा खर्चा नहीं होता समझ लीजिये 300 रुपये मैं 250 रुपये का शुद्ध मुनाफा। तो अगर आप एक दिन में 4 काम भी पूरा करते हैं तो आप दिन के 1000 रुपये कमा रहे हैं, और कोई बड़ा काम हो तो आप और भी ज्यादा कमा सकते हैं। अगर आप अपनी दूकान पर कपडा भी उपलब्ध करवा देते हैं तो आप इस बिज़नेस को दुसरे स्तर पर के जा कर एक बुटीक बिज़नेस मैं बदल सकते हैं जिसमे और भी कमाई है। अगर और आगे की बात करें तो हो सकता है बाद मैं आप अपने अपने रेंज की शर्ट , पेंट या सूट बना कर बने बनाए कपडे बेचने का बिज़नेस भी सुरु कर सकते हैं। तो इस तरह इस बिज़नेस मैं ग्रोथ की अपार संभावनाए हैं।
तो दोस्तों ये था आपके लिए कम खर्चे मैं सुरु होने वाला कस्टम टेलरिंग बिज़नेस एक स्वरोज़गार का बहुत ही अच्छा आईडिया।